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December me lagaye Jane wale vegetables

दिसंबर में लगाए जाने वाली सब्ज़ियाँ की खास जानकारी 

December me lagaye Jane wale vegetable
December me grow krne wali sabji 

भारत में दिसंबर का महीना ठंड का होता है। इस समय मौसम ठंडा और खुश्क होता है, जो कई सब्ज़ियों की खेती के लिए उपयुक्त माना जाता है। ठंडी जलवायु में उगाई जाने वाली सब्ज़ियाँ स्वाद में भी बेहतरीन होती हैं और पोषण से भरपूर होती हैं। अगर आप दिसंबर में बागवानी या खेती की योजना बना रहे हैं तो इस blog में चलिए जानते हैं 


मटर (Peas) 


दिसंबर मटर बोने का एक आदर्श समय है। मटर को ठंडी जलवायु की आवश्यकता होती है और इसे अच्छी धूप भी मिलनी चाहिए। मटर की खेती के लिए दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त रहती है जिसमें जल निकास की सुविधा हो। बीजों को लगभग 2-3 सेंटीमीटर गहराई में बोना चाहिए और नियमित रूप से पानी देना चाहिए। लगभग 60 से 70 दिनों में मटर की फसल तैयार हो जाती है।


गाजर (Carrot) 


गाजर सर्दियों की एक प्रमुख फसल है। इसे दिसंबर में आसानी से उगाया जा सकता है। गाजर के लिए रेतीली दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। बीजों को सीधे खेत में बोया जाता है और हल्की सिंचाई की जाती है। गाजर उगाने के लिए तापमान लगभग 15-20 डिग्री सेल्सियस आदर्श रहता है। 90 से 120 दिनों में गाजर की फसल कटाई के लिए तैयार हो जाती है।


पालक (Spinach) 


पालक एक पत्तेदार सब्ज़ी है जो ठंडे मौसम में बहुत अच्छी तरह से बढ़ती है। दिसंबर के महीने में पालक के बीज बोना बहुत लाभकारी होता है। पालक की खेती के लिए अच्छे जल निकास वाली मिट्टी चाहिए। बीजों को छिड़काव विधि से बोया जाता है और लगभग 3-4 सप्ताह में पालक की कटाई शुरू की जा सकती है। पालक में आयरन की मात्रा अधिक होती है, जो सर्दियों में शरीर को ताकत देता है।



सरसों का साग (Mustard Greens)


सरसों का साग उत्तर भारत में सर्दियों की सबसे पसंदीदा फसल है। इसे दिसंबर में आसानी से उगाया जा सकता है। सरसों की खेती के लिए दोमट और बलुई मिट्टी उपयुक्त रहती है। बुवाई के 30-40 दिन बाद सरसों के पत्तों की कटाई शुरू की जा सकती है। इस साग का स्वाद सर्दियों में बहुत लोकप्रिय होता है।


मूली (Radish)


मूली भी ठंडे मौसम की एक बेहतरीन फसल है। मूली के बीजों को सीधा खेत में बोया जाता है। इसके लिए दोमट मिट्टी और खुला वातावरण सबसे अच्छा रहता है। मूली जल्दी तैयार होने वाली फसल है और बीज बोने के 40-50 दिनों में इसे निकाला जा सकता है। मूली में फाइबर और पानी की मात्रा अधिक होती है जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाती है।


फूलगोभी (Cauliflower)


फूलगोभी को भी दिसंबर में बोया जा सकता है। ठंडे मौसम में फूलगोभी के फूल सुंदर और घने बनते हैं। इसे उगाने के लिए उपजाऊ और कार्बनिक पदार्थों से भरपूर मिट्टी चाहिए। फूलगोभी को कीटों से बचाना भी ज़रूरी है, इसलिए समय-समय पर निरीक्षण करते रहना चाहिए।


ब्रोकोली (Broccoli)


ब्रोकोली एक पश्चिमी सब्ज़ी है, लेकिन अब भारत में भी इसे बड़े पैमाने पर उगाया जाता है। ब्रोकोली को भी ठंडा मौसम पसंद है। इसे उगाने के लिए उपजाऊ मिट्टी और पर्याप्त धूप चाहिए। ब्रोकोली में विटामिन C और फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है।


बीन्स (Beans)


कुछ किस्में जैसे कि फली बीन्स को भी दिसंबर में उगाया जा सकता है। हालांकि बीन्स को हल्की गर्मी भी चाहिए होती है, फिर भी यदि हल्की ठंड हो तो ये अच्छी तरह से बढ़ सकती हैं। इन्हें बोने के लिए अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी का चयन करें।


धनिया (Coriander)


धनिया का इस्तेमाल मसाले और सलाद दोनों में किया जाता है। दिसंबर के महीने में धनिया के बीज बोकर आप ताजे हरे पत्तों का आनंद ले सकते हैं। धनिया जल्दी बढ़ने वाली फसल है और लगभग 30-40 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है।


चुकंदर (Beetroot)


चुकंदर भी दिसंबर में उगाई जा सकने वाली एक स्वास्थ्यवर्धक फसल है। इसमें आयरन और अन्य खनिज तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। चुकंदर के लिए ठंडी जलवायु और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी चाहिए। इसे बीजों द्वारा सीधे खेत में बोया जाता है।


सुझाव और ध्यान रखने योग्य बातें:


मिट्टी की जांच अवश्य करें और आवश्यकतानुसार खाद या कम्पोस्ट मिलाएं।

बीज बोने से पहले मिट्टी को भुरभुरी बनाना चाहिए ताकि जड़ों को अच्छे से विकास का अवसर मिले।

सिंचाई का ध्यान रखें लेकिन जल जमाव से बचाएं।

पौधों को समय-समय पर निराई-गुड़ाई करें ताकि खरपतवार न पनपें।

रोग और कीट नियंत्रण के लिए जैविक उपाय अपनाएं।


दिसंबर का मौसम खेती और बागवानी के लिए उत्तम समय है। अगर सही जानकारी और देखभाल के साथ खेती की जाए तो आप बेहतरीन और ताजगी से भरपूर फसल प्राप्त कर सकते हैं।

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