5 फरवरी का दिन इतिहास, संस्कृति और समाज के विभिन्न पहलुओं के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दिन भारत और विश्व में कई महत्त्वपूर्ण घटनाएँ घटित हुई हैं और विशेष दिवस मनाए जाते हैं। हालांकि यह दिन कोई आधिकारिक अंतर्राष्ट्रीय दिवस तो नहीं है, लेकिन कुछ विशेष अवसर, ऐतिहासिक घटनाएँ, जन्मदिवस और पुण्यतिथियाँ इस दिन को यादगार बनाते हैं। इस लेख में हम 5 फरवरी को मनाए जाने वाले प्रमुख दिवसों, घटनाओं और हस्तियों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
1. सरस्वती पूजा / वसंत पंचमी (कुछ वर्षों में)
5 फरवरी का दिन अक्सर हिन्दू पंचांग के अनुसार वसंत पंचमी (सरस्वती पूजा) के रूप में पड़ता है। यह तारीख हर साल थोड़ी बदलती रहती है क्योंकि यह दिन हिन्दू चंद्र पंचांग के अनुसार माघ माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। जब वसंत पंचमी 5 फरवरी को पड़ती है, तब यह दिन देवी सरस्वती की आराधना का पावन पर्व बन जाता है।
वसंत पंचमी का महत्व:
देवी सरस्वती को विद्या, ज्ञान, संगीत और कला की देवी माना जाता है।
विद्यार्थी, कलाकार और शिक्षक इस दिन देवी सरस्वती की पूजा करते हैं।
इस दिन पीले वस्त्र पहनना, पीले रंग का भोजन करना और पीले फूल चढ़ाना शुभ माना जाता है।
वसंत पंचमी से वसंत ऋतु का आगमन होता है, जो प्रकृति में उल्लास और सौंदर्य का प्रतीक है।
2. कश्मीरी नेता शेख मोहम्मद अब्दुल्ला की पुण्यतिथि
5 फरवरी 1982 को कश्मीर के प्रसिद्ध नेता शेख मोहम्मद अब्दुल्ला का निधन हुआ था। उन्हें "शेर-ए-कश्मीर" कहा जाता है और वे जम्मू और कश्मीर राज्य के पहले प्रधानमंत्री (मुख्यमंत्री) बने थे। उनका भारतीय राजनीति और कश्मीर के इतिहास में बड़ा योगदान रहा है।
उनका योगदान:
1947 के बाद कश्मीर को भारत में शामिल कराने में अहम भूमिका निभाई।
उन्होंने 'नेशनल कॉन्फ्रेंस' नामक राजनीतिक दल की स्थापना की।
कश्मीर की स्वायत्तता और विशेष दर्जे के मुद्दों पर उन्होंने कई बार केंद्र सरकार से संघर्ष किया।
3. पाकिस्तान में "कश्मीर एकजुटता दिवस" (Kashmir Solidarity Day)
5 फरवरी को पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में "कश्मीर एकजुटता दिवस" मनाया जाता है। यह दिन भारत के जम्मू-कश्मीर राज्य के लोगों के साथ समर्थन जताने के लिए मनाया जाता है। हालांकि भारत इस दिवस को राजनीतिक प्रचार और हस्तक्षेप मानता है।
इस दिन:
पाकिस्तान में रैलियाँ, सेमिनार और कार्यक्रम होते हैं।
पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर उठाने की कोशिश करता है।
भारत इसे अपने आंतरिक मामलों में दखल मानता है और विरोध करता है।
4. प्रमुख व्यक्तित्वों के जन्म और निधन
5 फरवरी को कई महान व्यक्तित्वों का जन्म और निधन हुआ है, जिन्होंने कला, साहित्य, राजनीति और खेल के क्षेत्र में योगदान दिया।
(a) भारतीय अभिनेत्री नगमा का जन्म (1974)
नगमा हिन्दी, तमिल, तेलुगू और भोजपुरी फिल्मों में काम कर चुकी हैं।
वे बाद में राजनीति में सक्रिय हुईं और कांग्रेस पार्टी से जुड़ीं।
N.
(b) साहित्यकार रघुवीर सहाय का जन्म (1929)
वे हिन्दी साहित्य के प्रसिद्ध कवि, आलोचक और पत्रकार थे।
उनकी कविताएँ सामाजिक यथार्थ और व्यंग्य के लिए जानी जाती हैं।
(c) भारतीय क्रिकेटर भुवनेश्वर कुमार का जन्म (1990)
भारत के तेज गेंदबाज और स्विंग स्पेशलिस्ट के रूप में प्रसिद्ध हैं।
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत के लिए कई अहम मैच जिताए हैं।
5. अंतर्राष्ट्रीय घटनाएँ
5 फरवरी को विश्व स्तर पर भी कई ऐतिहासिक घटनाएँ हुईं हैं, जैसे:
1885: कांगो राज्य को बेल्जियम का राजा लियोपोल्ड द्वितीय का व्यक्तिगत उपनिवेश घोषित किया गया।
1922: पहली बार रेडियो पर राष्ट्रपति (अमेरिका के राष्ट्रपति वॉरेन हार्डिंग) का भाषण प्रसारित किया गया।
1958: गाम्बिया में पहला संविधान लागू हुआ।
6. यह दिन क्यों है विशेष?
5 फरवरी का दिन कोई आधिकारिक वैश्विक दिवस तो नहीं है, लेकिन कई सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक घटनाओं की वजह से यह एक महत्वपूर्ण तिथि बन जाती है। खासकर जब यह वसंत पंचमी के रूप में आता है, तब यह भारतीय संस्कृति में अत्यंत शुभ और उल्लासपूर्ण दिन होता है।
निष्कर्ष
5 फरवरी का दिन विविधताओं से भरा है – यह एक ओर वसंत के आगमन का प्रतीक हो सकता है तो दूसरी ओर राजनीतिक स्मृतियों का वाहक भी। भारत में यह दिन अगर वसंत पंचमी के रूप में पड़े, तो देवी सरस्वती की उपासना और शिक्षा की महिमा का उत्सव बन जाता है। वहीं, कश्मीर से जुड़े मुद्दों के कारण यह दिन अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी चर्चाओं में रहता है।
इस प्रकार, 5 फरवरी को एक सामान्य तिथि समझकर नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता। यह दिन हमें इतिहास, संस्कृति, राजनीति और समाज के कई पहलुओं की याद दिलाता है और हमें अपने अतीत से जुड़ने का अवसर देता है।
0 Comments