हर दिन किसी-न-किसी विशेष कारण से याद किया जाता है। ऐसा ही एक दिन है 5 मार्च (5 March), जो विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं, दिवसों और ऐतिहासिक संदर्भों के लिए महत्वपूर्ण है। यह दिन कुछ देशों में विशेष दिवस के रूप में मनाया जाता है, वहीं कई ऐतिहासिक घटनाएं भी 5 मार्च की तारीख से जुड़ी हुई हैं। आइए विस्तार से जानें कि 5 मार्च को कौन-सा दिवस मनाया जाता है, इसका महत्व क्या है, और इस दिन की ऐतिहासिक घटनाएं कौन-कौन सी हैं।
1. राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दिवस
1.1. World Energy Efficiency Day (विश्व ऊर्जा दक्षता दिवस)
5 मार्च को हर वर्ष ‘विश्व ऊर्जा दक्षता दिवस’ (World Energy Efficiency Day) मनाया जाता है। यह दिन ऊर्जा के विवेकपूर्ण और कुशल उपयोग के लिए लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से मनाया जाता है।
उद्देश्य:
ऊर्जा की बर्बादी को रोकना।
स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के प्रति लोगों को जागरूक करना।
पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना।
ऊर्जा दक्ष तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरित करना।
पृष्ठभूमि:
इस दिवस की शुरुआत 1998 में स्पेन में एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन से हुई थी, जहां दुनिया भर के विशेषज्ञों ने ऊर्जा बचाने और जलवायु परिवर्तन की समस्याओं पर विचार-विमर्श किया। तभी से हर साल यह दिवस 5 मार्च को मनाया जाता है।
महत्त्व:
आज दुनिया भर में ऊर्जा की खपत बहुत तेजी से बढ़ रही है, जिसके कारण प्राकृतिक संसाधनों पर अत्यधिक दबाव पड़ रहा है और पर्यावरण संकट गहरा रहा है। ऐसे में ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देना आवश्यक है ताकि हम भावी पीढ़ियों के लिए संसाधनों को सुरक्षित रख सकें।
2. 5 मार्च: भारत और विश्व में ऐतिहासिक घटनाएं
इस दिन कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएं हुई हैं, जो इतिहास में दर्ज हैं:
भारत से जुड़ी घटनाएं:
1931 – महात्मा गांधी और ब्रिटिश वायसराय लॉर्ड इरविन के बीच गांधी-इरविन समझौता हुआ था, जिसके तहत गांधीजी ने सविनय अवज्ञा आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की और ब्रिटिश सरकार ने राजनीतिक कैदियों को रिहा करने पर सहमति जताई।
विश्व की प्रमुख घटनाएं:
1946 – ब्रिटिश प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल ने अमेरिका के मिसौरी राज्य में फुल्टन नामक स्थान पर ‘आयरन कर्टन स्पीच’ दी थी, जिससे शीत युद्ध की शुरुआत मानी जाती है।
1953 – सोवियत संघ के तानाशाह जोसेफ स्टालिन का निधन हुआ था। यह घटना दुनिया भर के राजनीतिक संतुलन पर गहरा प्रभाव डालने वाली थी।
1970 – परमाणु अप्रसार संधि (Nuclear Non-Proliferation Treaty) लागू हुई थी, जिसका उद्देश्य दुनिया में परमाणु हथियारों के प्रसार को रोकना है।
3. 5 मार्च को जन्मे प्रसिद्ध व्यक्ति
इस दिन कई महान व्यक्तित्वों का जन्म हुआ, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया:
मामा वरेरकर (1879) – मराठी भाषा के सुप्रसिद्ध नाटककार और लेखक।
पीरियर ई. वी. रामासामी (1879) – दक्षिण भारत के प्रसिद्ध सामाजिक सुधारक और आत्मसम्मान आंदोलन के प्रवर्तक।
4. 5 मार्च को हुए निधन
जोसेफ स्टालिन (1953) – सोवियत संघ के नेता, जिन्होंने विश्व राजनीति को दशकों तक प्रभावित किया।
हेइनी श्वार्ट्ज (1965) – प्रसिद्ध स्विस फुटबॉल खिलाड़ी।
5. अन्य प्रमुख घटनाएं
1984 – अमेरिका ने निकारागुआ के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में मुकदमा दायर किया।
2013 – वेनेजुएला के राष्ट्रपति ह्यूगो शावेज़ का निधन हुआ।
6. 5 मार्च से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
कई देशों में यह दिन वसंत ऋतु की शुरुआत से जुड़ा होता है, खासकर उत्तरी गोलार्ध में।
शिक्षा और पर्यावरण संबंधी कई जागरूकता अभियान इस दिन शुरू किए जाते हैं।
यह दिन परीक्षाओं और बोर्ड एग्जाम के सीजन के रूप में भी भारत में विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण समय होता है।
निष्कर्ष
5 मार्च केवल एक तिथि नहीं है, बल्कि यह कई ऐतिहासिक, सामाजिक और पर्यावरणीय महत्वों से जुड़ा दिन है। विश्व ऊर्जा दक्षता दिवस के रूप में यह दिन हमें ऊर्जा के महत्व और उसके संरक्षण की ओर ध्यान केंद्रित करने की प्रेरणा देता है। साथ ही, यह हमें इतिहास की उन घटनाओं की भी याद दिलाता है जिन्होंने दुनिया के राजनीतिक और सामाजिक परिदृश्य को बदल दिया।
हमें इस दिन का उपयोग यह सोचने में करना चाहिए कि हम ऊर्जा की बचत और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए क्या योगदान दे सकते हैं। यदि हम व्यक्तिगत और सामाजिक स्तर पर ऊर्जा दक्षता को अपनाएं, तो आने वाली पीढ़ियों के लिए हम एक बेहतर भविष्य सुनिश्चित कर सकते हैं।
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