कीटनाशक किस प्रकार कार्य करते हैं, इसके तीन मुख्य तरीके हैं:
जीवद्रव्य (प्रोटोप्लाज्म) पर विषाक्त क्रिया (जैसे अम्ल, क्षार)
श्वास अवरोध (जैसे तैलादि)
तंत्रिका तंत्र पर विषाक्त क्रिया (जैसे क्लोरोफार्म)
ये कीटनाशक विभिन्न रूपों में आते हैं जैसे विलयन, पायस, पाउडर, वाष्प या धुआँ। कीटनाशक के कुछ उदाहरण हैं: फासफैमीडोन, लिंडेन, फ्लोरोपाइरीफोस, हेप्टाक्लोर, और मैलेथियान। कई कीटनाशक मानव और पर्यावरण के लिए हानिकारक होते हैं, इसलिए इनके उपयोग और अवशेषों पर नियंत्रण आवश्यक होता है।
कीटनाशकों के प्रकार फसल के लक्ष्यित कीटों के आधार पर और रासायनिक संरचना के आधार पर भी वर्गीकृत किए जाते हैं। कीटनाशक शब्द में "इंसेक्ट" मतलब कीट और "साइड" मतलब मारने वाला होता है, यानी कीटनाशक वह दवा है जो कीड़ों को मारती है।
संक्षेप में, कीटनाशक:
कीड़ों को मारने वाले रसायन होते हैं
कृषि में फसलों की रक्षा के लिए उपयोग होते हैं
जीवद्रव्य, श्वास तंत्र, या तंत्रिका तंत्र पर काम कर सकते हैं
कई प्रकार के होते हैं और विभिन्न रूपों में पाए जाते हैं
मानव और पर्यावरण पर हानिकारक प्रभाव से बचाने के लिए सावधानी जरूरी है

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