पैसिव इनकम आपको अपने मुख्य काम या व्यवसाय के साथ-साथ अतिरिक्त आय का स्रोत देती है और यह आपकी फाइनेंशियल आज़ादी में मदद करती है। शुरुआत में आपको कुछ समय, मेहनत या निवेश करना पड़ सकता है, लेकिन एक बार सेटअप हो जाने के बाद यह निरंतर आय प्रदान करती रहती है।
पैसिव इनकम के उदाहरण हैं:
प्रॉपर्टी रेंटल (मकान या ऑफिस किराए पर देना)
शेयर बाजार से डिविडेंड आय
बैंक में जमा पैसे पर मिलने वाला ब्याज
म्यूचुअल फंड्स से होने वाली आय
ब्लॉगिंग, यूट्यूब या डिजिटल प्रोडक्ट्स से मिलने वाली आय
इस तरह की आय आपको बिना रोजाना काम किए पैसा कमाने का अवसर देती है, जिससे आप अपने समय को अपनी प्राथमिकताओं और जुनून पर केंद्रित कर सकते हैं।
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