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On Balance Volume kya hai

On Balance Volume (OBV) एक लोकप्रिय वॉल्यूम-आधारित तकनीकी विश्लेषण संकेतक है, जिसका इस्तेमाल बाजार में खरीद और बिक्री के दबाव को मापने के लिए किया जाता है। इसका मूल सिद्धांत है कि वॉल्यूम, कीमत से पहले चलता है, यानी अगर वॉल्यूम में बड़ा बदलाव हो रहा है लेकिन कीमत स्थिर है, तो कीमत में भी जल्द बदलाव हो सकता है।

OBV कैसे काम करता है?

OBV एक संचयी इंडिकेटर है:

अगर किसी दिन स्टॉक का क्लोज़ प्राइस पिछले दिन से ज्यादा है, तो उस दिन का वॉल्यूम पिछले OBV में जोड़ दिया जाता है।

अगर क्लोज़ प्राइस कम है, तो वॉल्यूम घटा दिया जाता है।

इससे एक लाइन बनती है, जिससे ट्रेंड्स की पुष्टि या उलटफेर (reversal) के संकेत मिल सकते हैं।

OBV के उपयोग 

ट्रेंड कन्फर्मेशन: अगर कीमत और OBV दोनों ऊपर जा रहे हैं, तो ट्रेंड मजबूत है।

डायवर्जेंस (Divergence): अगर कीमत ऊपर जा रही है पर OBV नीचे – तो ट्रेंड कमजोर हो सकता है, उलटफेर संभव है।

ब्रेकआउट्स: अगर OBV पहले ब्रेकआउट दिखाता है, तो कीमत में भी जल्दी बड़ा मूव आ सकता है।

ट्रेडिंग में महत्व

OBV को RSI, MACD या मूविंग एवरेज जैसे अन्य इंडिकेटर्स के साथ मिलाकर इस्तेमाल किया जाता है जिससे ट्रेडिंग के बेहतर फैसले लिए जा सकें।

केवल OBV पर निर्भर करना सही नहीं, इसे हमेशा अन्य संकेतकों की मदद से जांचना चाहिए।

OBV स्टॉक, कमोडिटी और अन्य फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट्स की खरीद-बिक्री की शक्ति को समझने में मदद करता है और तकनीकी ट्रेडिंग में बहुत सामान्यता से इस्तेमाल होता है।




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