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What is dark web and how it's works

डार्क वेब क्या है और यह कैसे काम करता है?

आज के डिजिटल युग में इंटरनेट तीन हिस्सों में बँटा होता है – सरफेस वेब (Surface Web), डीप वेब (Deep Web) और डार्क वेब (Dark Web)। जहां सरफेस वेब वह है जिसे हम रोजाना इस्तेमाल करते हैं – जैसे गूगल, फेसबुक, यूट्यूब आदि, वहीं डार्क वेब एक ऐसा हिस्सा है जो सामान्य ब्राउज़र और सर्च इंजन से छिपा होता है। यह लेख डार्क वेब के बारे में विस्तृत जानकारी देगा – यह क्या है, कैसे काम करता है, इसके उपयोग, खतरे और सुरक्षा उपाय।



1. डार्क वेब क्या है?



डार्क वेब इंटरनेट का एक ऐसा हिस्सा है जिसे सामान्य ब्राउज़र (जैसे क्रोम, फायरफॉक्स आदि) और सर्च इंजन (जैसे गूगल, बिंग आदि) द्वारा एक्सेस नहीं किया जा सकता। इसे एक्सेस करने के लिए विशेष ब्राउज़र जैसे TOR (The Onion Router) की आवश्यकता होती है।

डार्क वेब को "डार्क" इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह छिपा हुआ होता है और इसकी गतिविधियाँ गुप्त रहती हैं। यह ना केवल गुप्त संचार और गोपनीयता का साधन है, बल्कि इसके माध्यम से गैरकानूनी गतिविधियाँ भी संचालित होती हैं, जैसे ड्रग्स की तस्करी, हथियारों का व्यापार, हैकिंग सेवाएं, जाली दस्तावेज आदि।



2. इंटरनेट की तीन परतें:



A. सरफेस वेब (Surface Web): यह इंटरनेट का वह हिस्सा है जिसे हम आम तौर पर देखते और उपयोग करते हैं। यह ओपन वेब है जो सर्च इंजनों द्वारा अनुक्रमित होता है।

B. डीप वेब (Deep Web): यह इंटरनेट का वह हिस्सा है जो पासवर्ड, लॉगिन या विशेष अनुमति के बिना एक्सेस नहीं किया जा सकता। उदाहरण: बैंक खाते, मेडिकल रिकॉर्ड्स, विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी आदि।

C. डार्क वेब (Dark Web): यह डीप वेब का ही एक हिस्सा है, पर यह जानबूझकर छिपाया गया है और इसे एक्सेस करने के लिए विशेष टूल्स और तकनीकों की आवश्यकता होती है।



3. डार्क वेब कैसे काम करता है?



डार्क वेब TOR (The Onion Router) नेटवर्क पर आधारित होता है। जब आप TOR ब्राउज़र से कोई साइट एक्सेस करते हैं, तो आपका कनेक्शन कई स्तरों से होकर गुजरता है, जैसे प्याज की परतें। इस प्रक्रिया को “onion routing” कहते हैं। इससे यूजर की पहचान और लोकेशन छिपी रहती है।

महत्वपूर्ण तकनीकी बिंदु:

TOR ब्राउज़र: यह एक ओपन-सोर्स ब्राउज़र है जो यूज़र की गोपनीयता को प्राथमिकता देता है।

.onion डोमेन: डार्क वेब की वेबसाइट्स .onion एक्सटेंशन पर होती हैं, जिन्हें केवल TOR ब्राउज़र से एक्सेस किया जा सकता है।

एन्क्रिप्शन: यूजर का डाटा पूरी तरह एन्क्रिप्टेड होता है, जिससे ट्रैकिंग बेहद कठिन हो जाती है।



4. डार्क वेब के उपयोग



सकारात्मक उपयोग:

राजनीतिक असंतोष वाले देशों में स्वतंत्र संचार का माध्यम

पत्रकारों और व्हिसलब्लोअर के लिए सुरक्षित प्लेटफॉर्म

गोपनीय डेटा साझा करने का साधन (जैसे SecureDrop)

नकारात्मक उपयोग:

ड्रग्स और हथियारों की बिक्री: साइट्स जैसे Silk Road इसी के लिए प्रसिद्ध थीं।

हैकिंग टूल्स और सेवाएं: हैकर्स डार्क वेब पर डेटा बेचते हैं, जैसे क्रेडिट कार्ड की जानकारी, सोशल मीडिया अकाउंट्स आदि।

बाल शोषण और हिंसक सामग्री: अत्यंत आपत्तिजनक और अवैध गतिविधियाँ भी यहां होती हैं।

फर्जी पहचान पत्र, पासपोर्ट और सॉफ्टवेयर की बिक्री



5. डार्क वेब पर पहुंच कैसे बनाई जाती है?



कदम-दर-कदम:

TOR ब्राउज़र डाउनलोड करें: इसे आधिकारिक साइट से डाउनलोड करना चाहिए (https://www.torproject.org)।

TOR ब्राउज़र इंस्टॉल करें और ओपन करें।

.onion साइट्स का पता लगाएं: ये साइट्स सर्च इंजन पर नहीं मिलतीं। इसके लिए Hidden Wiki जैसे डायरेक्टरी साइट्स का प्रयोग किया जाता है।

सावधानीपूर्वक नेविगेट करें: डार्क वेब बेहद असुरक्षित हो सकता है।



6. डार्क वेब के खतरे



डार्क वेब का उपयोग करना कई खतरों को जन्म दे सकता है:

मैलवेयर और वायरस: कई साइट्स आपके सिस्टम में मालवेयर डाल सकती हैं।

सरकारी निगरानी: कई देशों की एजेंसियां डार्क वेब की निगरानी करती हैं। अवैध गतिविधियों में संलग्न होने पर कार्रवाई हो सकती है।

फ्रॉड और स्कैम: कई साइट्स नकली होती हैं जो यूजर को धोखा देती हैं।

डेटा चोरी: आपकी व्यक्तिगत जानकारी चोरी हो सकती है, भले आप सावधानी रखें।



7. क्या डार्क वेब अवैध है?



डार्क वेब तक पहुंचना या TOR ब्राउज़र का उपयोग करना अवैध नहीं है, लेकिन यदि आप डार्क वेब पर कोई अवैध कार्य करते हैं (जैसे ड्रग्स खरीदना, हैकिंग टूल्स डाउनलोड करना), तो यह कानून के तहत अपराध माना जाएगा।



8. डार्क वेब और साइबर अपराध



डार्क वेब साइबर क्राइम के लिए उपजाऊ भूमि बन चुका है। यहाँ से निम्नलिखित अपराधों को अंजाम दिया जाता है:

रैनसमवेयर की बिक्री

बैंकिंग डेटा और पासवर्ड का व्यापार

फर्जी दस्तावेज बनवाना

ब्लैकमेलिंग और स्पाइवेयर वितरण



9. खुद को कैसे सुरक्षित रखें



यदि आप डार्क वेब एक्सप्लोर करना चाहते हैं (केवल शोध या जागरूकता के उद्देश्य से), तो निम्न सावधानियाँ बरतें:

कभी भी व्यक्तिगत जानकारी न दें।

VPN का प्रयोग करें।

TOR ब्राउज़र को हमेशा अपडेट रखें।

किसी लिंक पर बिना सोच-समझे क्लिक न करें।

कोई भी डाउनलोड न करें।

अवैध गतिविधियों से बचें।



10. निष्कर्ष (Conclusion)



डार्क वेब इंटरनेट का वह रहस्यमय और छिपा हुआ हिस्सा है जो कई बार वैध उद्देश्यों के लिए उपयोग में लाया जाता है, लेकिन अधिकांशतः इसका उपयोग अवैध गतिविधियों के लिए होता है। इसकी प्रकृति ही इसे रोमांचक और खतरनाक दोनों बनाती है। यदि सही समझ और सावधानी के साथ इसका उपयोग किया जाए, तो यह गोपनीयता की सुरक्षा का मजबूत माध्यम बन सकता है। परंतु अज्ञानता या लालचवश इसमें संलग्न होना आपके लिए बड़ा खतरा बन सकता है।


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