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What is surface web and how it's works

इंटरनेट एक विशाल नेटवर्क है, जिसे आमतौर पर तीन प्रमुख भागों में बांटा जाता है: सर्फेस वेब (Surface Web), डीप वेब (Deep Web) और डार्क वेब (Dark Web)। इन तीनों में से सर्फेस वेब वह हिस्सा है जिससे अधिकांश इंटरनेट उपयोगकर्ता रोज़ाना परिचित होते हैं। यह वह हिस्सा है जिसे आप सामान्य रूप से गूगल, बिंग या याहू जैसे सर्च इंजन की मदद से एक्सेस कर सकते हैं।

सर्फेस वेब क्या है?


सर्फेस वेब इंटरनेट का वह हिस्सा है जो सार्वजनिक रूप से सर्च इंजन द्वारा अनुक्रमित (indexed) होता है। इसका अर्थ है कि कोई भी व्यक्ति जिसे इंटरनेट कनेक्शन है, वह इस सामग्री को ब्राउज़र के माध्यम से एक्सेस कर सकता है।

सर्फेस वेब पर मौजूद जानकारी आमतौर पर खुली होती है और इसके लिए किसी लॉगिन या विशेष अनुमति की आवश्यकता नहीं होती। इसमें शामिल हैं:

ब्लॉग्स

न्यूज़ वेबसाइट्स

शॉपिंग पोर्टल्स

एजुकेशनल कंटेंट

सोशल मीडिया प्रोफाइल्स (जो सार्वजनिक हों)

फोरम्स और ओपन डाटाबेस


सर्फेस वेब का कार्य करने का तरीका


सर्फेस वेब के काम करने की प्रक्रिया को समझने के लिए हमें यह जानना जरूरी है कि जब हम किसी ब्राउज़र में वेबसाइट खोलते हैं या कोई सर्च करते हैं, तो वास्तव में उसके पीछे क्या तकनीकी प्रक्रियाएं होती हैं।


1. यूआरएल (URL) और डोमेन नेम सिस्टम (DNS)

जब आप किसी वेबसाइट जैसे "www.google.com" को ब्राउज़र में टाइप करते हैं, तो वह एक URL (Uniform Resource Locator) होता है। यह URL एक डोमेन नाम होता है जिसे इंटरनेट पर एक IP address से जोड़ा गया होता है। DNS सिस्टम इस डोमेन नाम को संबंधित सर्वर के IP में बदल देता है।

2. एचटीटीपी/एचटीटीपीएस प्रोटोकॉल

जब DNS डोमेन को IP में बदल देता है, तो ब्राउज़र उस IP को एक HTTP या HTTPS प्रोटोकॉल के माध्यम से अनुरोध भेजता है। HTTP (Hypertext Transfer Protocol) एक नियमों का समूह है जो ब्राउज़र और सर्वर के बीच डेटा के आदान-प्रदान को नियंत्रित करता है।

HTTPS इसका सुरक्षित संस्करण है, जिसमें डेटा ट्रांसफर एन्क्रिप्टेड होता है।

3. वेब सर्वर और होस्टिंग

जब आपका ब्राउज़र सर्वर से संपर्क करता है, तो वह अनुरोध की गई वेबसाइट की फाइलें (HTML, CSS, JavaScript, Images आदि) भेजता है। ये फाइलें उस सर्वर पर होस्ट की जाती हैं जहाँ वेबसाइट मौजूद होती है।

4. वेबपेज का रेंडर होना

ब्राउज़र उन फाइलों को प्राप्त करने के बाद उन्हें प्रोसेस करता है और एक विजुअल वेबपेज के रूप में उपयोगकर्ता को दिखाता है।

5. सर्च इंजन और इंडेक्सिंग

सर्च इंजन जैसे Google या Bing, इंटरनेट पर मौजूद वेबसाइटों को "क्रॉल" करते हैं। इसका अर्थ है कि वे विशेष बॉट्स (जैसे Googlebot) के माध्यम से वेबपेजों को स्कैन करते हैं और उनकी जानकारी को डेटाबेस में स्टोर करते हैं। इस प्रक्रिया को इंडेक्सिंग कहा जाता है।

जब आप कोई क्वेरी टाइप करते हैं, तो सर्च इंजन उस इंडेक्स से सबसे उपयुक्त परिणाम निकालकर आपको दिखाता है।


सर्फेस वेब की विशेषताएँ


पब्लिक एक्सेसिबल: कोई भी व्यक्ति इंटरनेट कनेक्शन के माध्यम से इसे एक्सेस कर सकता है।

सर्च इंजन इंडेक्सेबल: गूगल जैसे सर्च इंजन इस वेब की सामग्री को खोज सकते हैं।

सामान्य उपयोग के लिए उपयुक्त: जानकारी खोजने, समाचार पढ़ने, शॉपिंग करने आदि कार्यों के लिए उपयुक्त।

सुरक्षा की मूलभूत परत: HTTPS वेबसाइटों पर मूलभूत डेटा सुरक्षा होती है।


सर्फेस वेब के लाभ


सुलभता: सर्फेस वेब पर जानकारी को खोजना और प्राप्त करना बहुत आसान होता है।

संसाधनों की विविधता: इसमें लाखों वेबसाइटें हैं जो अलग-अलग विषयों पर जानकारी प्रदान करती हैं।

व्यापार और ई-कॉमर्स: यह व्यापारिक वेबसाइटों का मुख्य प्लेटफ़ॉर्म है।

शिक्षा और शोध: एजुकेशनल वेबसाइट्स, ओपन कोर्स, ई-बुक्स और ऑनलाइन टूल्स इस पर आसानी से उपलब्ध हैं।


सर्फेस वेब के सीमाएं


सभी डेटा नहीं होता उपलब्ध: जो सामग्री पासवर्ड से सुरक्षित होती है या किसी सदस्यता के पीछे होती है, वह इसमें शामिल नहीं होती (जैसे बैंक अकाउंट डैशबोर्ड)।

फर्जी जानकारी और अफवाहें: सर्फेस वेब पर बहुत-सी वेबसाइटें गलत या अप्रमाणित जानकारी भी प्रसारित करती हैं।

विज्ञापन और ट्रैकिंग: मुफ्त कंटेंट के बदले वेबसाइटें यूज़र्स की जानकारी ट्रैक करती हैं और विज्ञापन दिखाती हैं।

साइबर खतरों का जोखिम: कुछ वेबसाइटों में मैलवेयर या फिशिंग लिंक्स होते हैं, जो उपयोगकर्ता के डेटा को खतरे में डाल सकते हैं।


सर्फेस वेब का भविष्य


आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और ब्लॉकचेन जैसी नई तकनीकों के आगमन के साथ सर्फेस वेब लगातार विकसित हो रहा है। भविष्य में:

स्मार्ट सर्च परिणाम और भी सटीक और व्यक्तिगत होंगे।

वेब 3.0 जैसी अवधारणाएं उपयोगकर्ता को अधिक नियंत्रण और गोपनीयता देंगी।

वॉयस कमांड और एआर/वीआर आधारित ब्राउज़िंग अनुभव को नया रूप देंगे।


निष्कर्ष


सर्फेस वेब इंटरनेट की वह सतह है जो हमारे रोजमर्रा के जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुकी है। हम चाहे समाचार पढ़ रहे हों, सोशल मीडिया देख रहे हों या ऑनलाइन खरीदारी कर रहे हों—सभी कुछ सर्फेस वेब के माध्यम से होता है। इसकी कार्यप्रणाली में कई तकनीकी प्रक्रियाएं शामिल होती हैं जो उपयोगकर्ता को एक सरल और सहज अनुभव प्रदान करती हैं। हालांकि इसमें कुछ सीमाएं भी हैं, लेकिन यह अभी भी इंटरनेट की सबसे सुलभ और लोकप्रिय web है।

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