1. बीटिंग रिट्रीट समारोह – Beating Retreat (29 जनवरी)
समारोह का परिचय:
29 जनवरी को हर वर्ष भारत की राजधानी नई दिल्ली के विजय चौक पर बीटिंग रिट्रीट समारोह का आयोजन किया जाता है। यह गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) से जुड़े चार दिवसीय कार्यक्रम की औपचारिक समाप्ति का प्रतीक होता है। इस समारोह में तीनों सेनाओं – भारतीय थल सेना, वायु सेना और नौसेना के बैंड भाग लेते हैं और देशभक्ति गीतों की धुन पर मार्च करते हैं।
बीटिंग रिट्रीट की परंपरा:
इस परंपरा की शुरुआत ब्रिटिश काल में हुई थी। जब सूर्यास्त के समय सेना की टुकड़ियां युद्ध बंद कर मुख्यालय लौटती थीं, तो शंख या बैंड की ध्वनि से संकेत दिया जाता था। इस परंपरा को बाद में औपचारिक रूप दिया गया।
भारत में इस परंपरा की शुरुआत 1950 में हुई और तब से यह हर साल 29 जनवरी को आयोजित किया जाता है।
कार्यक्रम की विशेषताएं:
यह समारोह राष्ट्रपति भवन के सामने विजय चौक पर होता है।
भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना के बैंड देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति देते हैं।
समारोह का समापन "अबाइड विद मी" (Abide With Me) धुन और "जन गण मन" की मधुर धुन के साथ होता है।
रात में राष्ट्रपति भवन और आस-पास की इमारतों को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया जाता है।
इस आयोजन को देखने के लिए देश-विदेश से हजारों लोग एकत्र होते हैं। यह समारोह भारतीय सैन्य परंपरा, अनुशासन, और संगीत के अद्वितीय संयोजन को दर्शाता है।
2. अन्य ऐतिहासिक घटनाएं – 29 जनवरी को घटी प्रमुख घटनाएं
भारत और विश्व के इतिहास में:
1886 – मशहूर कार्ल बेंज ने पहली बार पेट्रोल से चलने वाली मोटर गाड़ी का पेटेंट करवाया। यह ऑटोमोबाइल क्रांति की शुरुआत थी।
1949 – भारतीय संविधान की अंतिम रूपरेखा संविधान सभा द्वारा अपनाई गई थी, और 26 जनवरी 1950 को यह लागू हुआ।
1963 – फ्रांस ने पहली बार परमाणु परीक्षण किया, जिससे वह विश्व की परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्रों में शामिल हुआ।
3. 29 जनवरी को जन्में/मृत हुए प्रसिद्ध व्यक्ति
प्रसिद्ध जन्म:
थॉमस पेन (1737) – अमेरिका के क्रांतिकारी विचारक और लेखक, जिन्होंने "कॉमन सेंस" जैसी कृतियां लिखीं और अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम को प्रेरित किया।
रोमेल (1891) – द्वितीय विश्व युद्ध के प्रसिद्ध जर्मन जनरल जिन्हें “डेजर्ट फॉक्स” कहा जाता था।
पुण्यतिथि:
रवींद्र जैन (2015) – भारत के प्रसिद्ध संगीतकार और गीतकार, जिन्होंने नेत्रहीन होने के बावजूद अपनी कला से दुनिया को चौंका दिया।
4. राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व के अन्य दिवस
शिक्षा एवं संस्कृति:
29 जनवरी को कुछ राज्यों और संगठनों द्वारा शिक्षा, पर्यावरण, विज्ञान या समाज सेवा से संबंधित स्थानीय दिवस भी मनाए जाते हैं, जैसे कि स्कूलों और कॉलेजों में गणतंत्र दिवस सप्ताह के अंतर्गत "संस्कृतिक संध्या" या "विज्ञान प्रदर्शनी" का आयोजन।
अंतर्राष्ट्रीय सन्दर्भ में:
कुछ देशों में यह दिन विशेष खेल आयोजन या ऐतिहासिक स्मरण के रूप में मनाया जाता है, जैसे अमेरिका और यूरोप में यह दिन किसी ऐतिहासिक युद्ध या संधि की वर्षगांठ के रूप में चिन्हित होता है।
5. इस दिन का सांस्कृतिक महत्व
29 जनवरी को बीटिंग रिट्रीट के माध्यम से जो सांस्कृतिक धुनें बजाई जाती हैं, वे भारतीय संस्कृति और सैन्य परंपरा का संगम हैं। "सारे जहाँ से अच्छा", "केसरिया बाना", "वंदे मातरम्" जैसी धुनें लोगों के मन में देशभक्ति की भावना को प्रबल करती हैं।
बीटिंग रिट्रीट में प्रयोग होने वाले वाद्य यंत्रों में बगल, ड्रम, पाइप्स और झांझ शामिल होते हैं। यह कार्यक्रम दर्शकों के लिए गर्व, अनुशासन और गर्व का प्रतीक बनता है।
निष्कर्ष
29 जनवरी भारतीय गणतंत्र की गरिमा का प्रतीक दिन है। यह दिन हमें भारतीय सेना की अनुशासन, वीरता और परंपरा की झलक देता है। बीटिंग रिट्रीट न केवल एक सैन्य आयोजन है, बल्कि यह देश के नागरिकों को यह एहसास कराता है कि हम जिन स्वतंत्रताओं का आनंद ले रहे हैं, उसके पीछे वीर सिपाहियों की अनगिनत कुर्बानियां हैं।
यह दिन हमें प्रेरणा देता है कि हम अपने राष्ट्र की सेवा में सदैव तत्पर रहें और राष्ट्रीय एकता, अनुशासन व संस्कृति का सम्मान करें।
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