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Gap Analysis in Charts

गैप एनालिसिस (Gap Analysis) एक तकनीकी विश्लेषण (Technical Analysis) का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो चार्ट में उस खाली या रिक्त स्थान (Gap) को पहचानने और समझने पर आधारित होता है जहाँ किसी स्टॉक या परिसंपत्ति का मूल्य अचानक एक प्राइस रेंज को छोड़कर आगे बढ़ जाता है, यानी उस मूल्य सीमा पर ट्रेडिंग नहीं हुई होती। इसे हिंदी में समझने के लिए निम्न बिंदुओं में विस्तार से बताया गया है:

गैप क्या होता है? (What is a Gap?)

गैप वह जगह होती है जब एक ट्रेडिंग सेशन का क्लोजिंग प्राइस और अगले ट्रेडिंग सेशन का ओपनिंग प्राइस में एक अंतर या ब्रेक होता है। मतलब, कीमत उस बीच की कीमतों के बिना ही ऊपर या नीचे खुलती है।

चार्ट में यह एक खाली जगह के रूप में दिखता है, जहाँ कोई ट्रेड नहीं हुआ होता।

गैप का निर्माण अचानक खरीदी या बिक्री के ऑर्डर के असंतुलन से होता है, जैसे कोई महत्वपूर्ण खबर, आय रिपोर्ट, या बाजार में बड़ा इवेंट।

गैप के प्रकार (Types of Gaps)

ब्रेकअवे गैप (Breakaway Gap)


यह गैप तब बनता है जब कीमत सपोर्ट या रेसिस्टेंस लेवल को तोड़ती है और नए ट्रेंड की शुरुआत होती है।

यह मजबूत मूवमेंट को दर्शाता है।

रनअवे गैप (Runaway Gap) या मेन्टिनेंस गैप


यह ट्रेंड के बीच में बनता है और दर्शाता है कि मूवमेंट जारी है।

यह पुष्टि करता है कि ट्रेंड मजबूत है।

एक्ज़ॉशन गैप (Exhaustion Gap)


यह ट्रेंड के अंत में बनता है और संकेत करता है कि ट्रेंड खत्म होने वाला है।

यह विपरीत दिशा में ट्रेडिंग के अवसर प्रदान करता है।

कॉमन गैप (Common Gap)


यह सामान्य गैप है जो ट्रेंड के बिना होता है और अक्सर जल्दी भर जाता है।

गैप एनालिसिस का महत्व (Importance of Gap Analysis)

गैप बाजार की मनोविज्ञान (Market Sentiment) और भावनाओं (Psychology) को व्यक्त करता है, जैसे अचानक बिकवाली या खरीदारी की तीव्रता।

यह संकेत देता है कि बाजार में किस प्रकार का असंतुलन या तेज बदलाव हुआ है।

ट्रेडर्स गैप के प्रकार और स्थिति के आधार पर ट्रेडिंग रणनीति बनाते हैं, जैसे ब्रेकअवे गैप के बाद ट्रेंड फॉलो करना।

गैप को भरने (Gap Filling) की संभावनाएं भी होती हैं, जहाँ कीमत गैप की खाली जगह को पुनः कवर करती है।

चार्ट में गैप एनालिसिस कैसे करें? (How to Do Gap Analysis in Chart)

ट्रेडिंग चार्ट के ओपनिंग और क्लोजिंग प्राइस ध्यान से देखें।

गैप के साथ होने वाले वॉल्यूम (Volume) को देखें, क्योंकि वॉल्यूम गैप के टिकाऊ होने की संभावना को दर्शाता है।

गैप के प्रकार के अनुरूप ट्रेडिंग निर्णय लें; जैसे, कंटिन्यूएशन गैप में ट्रेंड के साथ जाएं, लेकिन एक्ज़ॉशन गैप में रिवर्सल का ध्यान रखें।

विभिन्न टाइमफ्रेम्स पर गैप की जांच करें (जैसे, डेली, वीकली) क्योंकि बड़े टाइमफ्रेम पर गैप कम फ्रीक्वेंट होते हैं लेकिन अधिक महत्वपूर्ण होते हैं।

सामान्य रणनीतियाँ (Common Strategies)
ब्रेकअवे गैप: ट्रेंड की शुरुआत की पुष्टि के लिए इसका उपयोग करें, स्टॉप लॉस प्राइस के करीब रखें।

एक्ज़ॉशन गैप: रिवर्सल के लिए तैयार रहें, शॉर्टिंग या पोजीशन क्लोजिंग करें।

कॉमन गैप: इसके भरने की संभावना अधिक होती है, इसलिए सावधानी से ट्रेड करें।

रनअवे गैप: ट्रेंड फॉलो करें, जल्दी बाहर निकलने से बचें।

गैप एनालिसिस तकनीकी ट्रेडिंग में महत्वपूर्ण उपकरण है जो बाजार के मूड और गति को समझने में मदद करता है। इसे सही तरीके से समझकर ट्रेडिंग में बेहतर निर्णय लिए जा सकते हैं।

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