अनाहत चक्र (Anahata Chakra) को जाग्रत करने की सम्पूर्ण जानकारी
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| About anahat Chakra |
🌸 अनाहत चक्र क्या है?
अनाहत चक्र हमारे शरीर का चौथा चक्र होता है। यह चक्र हृदय (Heart) के स्थान पर स्थित होता है और प्रेम, करुणा, क्षमा, और भावनात्मक संतुलन से जुड़ा होता है।
🔎 अनाहत चक्र की मूल जानकारी:
विशेषता: - विवरण
संस्कृत नाम: -अनाहत (Anahata)
अर्थ : - "अवाज के बिना ध्वनि" / "शुद्ध कंपन"
स्थिति : ' हृदय के केंद्र में (छाती के बीच)
तत्व : - वायु (Air)
रंग : - हरा (Green)
बीज मंत्र: - "यं" (Yam)
प्रतीक: - 12 पंखुड़ियों वाला कमल
संबंधित ग्रंथिया: - थाइमस, हृदय, फेफड़े
🌟 अनाहत चक्र के जाग्रत होने के लाभ:
बिना शर्त प्रेम का अनुभव
करुणा, दया, क्षमा की भावना में वृद्धि
भावनात्मक स्थिरता
रिश्तों में संतुलन और गहराई
आत्म-प्रेम और दूसरों के प्रति सहानुभूति
🧘♀️ अनाहत चक्र को सक्रिय करने के तरीके:
🔸 1. बीज मंत्र जप – "यं" (YAM)
प्रतिदिन सुबह या शाम को 108 बार "ॐ यं" का जप करें
जप करते समय हृदय पर ध्यान केंद्रित करें
मंत्र की ध्वनि को छाती में महसूस करें
🔸 2. प्राणायाम (वायु तत्व संतुलन हेतु)
✅ अनुलोम-विलोम (Alternate Nostril Breathing)
5 से 10 मिनट, शांति से करें
हृदय की ऊर्जा को संतुलित करता है
✅ भ्रामरी प्राणायाम (Bee Breathing)
3–5 मिनट तक करें
इससे मन शांत होता है और हृदय खुलने लगता है
🔸 3. योग आसन (Asanas for Anahata Chakra)
आसन: -लाभ
भुजंगासन(Cobra Pose): -छाती को खोलता है
मत्स्यासन (Fish Pose): - दिल के क्षेत्र को फैलाता है
उष्ट्रासन (Camel Pose): - अनाहत चक्र पर सीधा प्रभाव
चक्रासन (Wheel Pose): -हृदय और फेफड़ों की क्षमता बढ़ाता है
🔸 4. ध्यान (Meditation for Heart Opening)
🪷 ध्यान प्रक्रिया:
शांत स्थान पर बैठें, आंखें बंद करें
हरे रंग की रोशनी या ऊर्जा की कल्पना करें जो हृदय से निकल रही हो
"मैं प्रेम हूँ", "मैं करुणा हूँ", "मैं क्षमा करता/करती हूँ" – यह दोहराएँ
🔸 5. क्रिस्टल हीलिंग / रत्न
क्रिस्टल/रत्न : - प्रभाव
रोज क्वार्ट्ज (Rose Quartz) : - आत्म-प्रेम और स्नेह के लिए
ग्रीन अवेंच्युरिन (Green Aventurine): -हृदय संतुलन के लिए
एमरल्ड (Panna): - अनाहत से जुड़ा रत्न
🔸 6. अनाहत चक्र संगीत / साउंड थेरेपी
639 Hz फ्रीक्वेंसी संगीत (YouTube/Apps में उपलब्ध)
तिब्बती सिंगिंग बाउल्स या हृदय केंद्रित भजन
🔸 7. जीवनशैली और व्यवहारिक अभ्यास
❤️ प्रेम और करुणा का अभ्यास करें:
दूसरों की मदद करें
माफ़ करना सीखें
आलोचना से बचें
पशु, वृक्ष और प्रकृति से जुड़ाव रखें
🍏 भोजन:
हरे रंग के फल-सब्ज़ियाँ (पालक, धनिया, हरा सेब, हरी मिर्च)
हल्का, सात्विक आहार
अधिक नमक, तला-भुना और मांसाहार से परहेज़
✅ अनाहत चक्र जागरण के लक्षण:
सकारात्मक लक्षण अवरोध के लक्षण
शांत और प्रेमपूर्ण स्वभाव गुस्सा, द्वेष या क्रोध
रिश्तों में सामंजस्य अत्यधिक संवेदनशीलता या अलगाव
आत्म-प्रेम और संतुलन दूसरों पर निर्भरता, स्वार्थ
सप्ताहिक साधना क्रम (7 दिन का)
दिन मुख्य अभ्यास
दिन 1 बीज मंत्र + अनुलोम-विलोम + भुजंगासन
दिन 2 ध्यान + मत्स्यासन + “मैं प्रेम हूँ” संकल्प
दिन 3 क्रिस्टल के साथ ध्यान + भ्रामरी
दिन 4 हरे रंग के वस्त्र व भोजन + “क्षमाशीलता” अभ्यास
दिन 5 रोज क्वार्ट्ज के साथ संगीत ध्यान
दिन 6 उष्ट्रासन + मंत्रजप + करुणा का अभ्यास
दिन 7 चक्रासन + समग्र ध्यान + सभी अभ्यासों की पुनरावृत्ति
🙏 अंत में..
अनाहत चक्र को जाग्रत करना केवल एक आध्यात्मिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि स्वयं को और दूसरों को पूरी तरह अपनाने की यात्रा है। इस चक्र को सक्रिय करते समय धैर्य, अभ्यास और प्रेम सबसे ज़रूरी हैं।
अनाहत चक्र जाग्रति का दैनिक साधना रूटीन (Daily Routine in Hindi)
⏰ समय: सुबह 5:30 AM से 7:00 AM (या शाम को भी कर सकते हैं)
🧘♂️ 1. तैयारी (5 मिनट)
शांत स्थान पर बैठ जाएँ
हरे रंग का वस्त्र पहनें (यदि संभव हो)
3 गहरे श्वास लें और शरीर को शिथिल करें
हृदय क्षेत्र पर (सीने के मध्य) हल्के हाथ रखें
🌬️ 2. प्राणायाम (15 मिनट)
✅ अनुलोम-विलोम – 5 मिनट
बाएं नथुने से श्वास लें, दाएं से छोड़ें और फिर उल्टा
यह हृदय और मन को संतुलन में लाता है
✅ भ्रामरी – 5 मिनट
गहरी सांस लें और "हम्म्म..." की ध्वनि बनाएं
कंपन हृदय में महसूस करें
✅ धीमी गहरी सांसें – 5 मिनट
प्रत्येक सांस को महसूस करें – “श्वास के साथ प्रेम भीतर आ रहा है, छोड़ते समय द्वेष बाहर जा रहा है”
🧘♀️ 3. योग आसन (15 मिनट)
(हर आसन को 3 बार करें, 30 सेकंड के लिए होल्ड करें)
आसन
लाभ
भुजंगासन (Cobra Pose)
छाती खोलता है
मत्स्यासन (Fish Pose)
हृदय के पास की ऊर्जा को मुक्त करता है
उष्ट्रासन (Camel Pose)
गहरी भावनाओं को बाहर लाने में मदद करता है
🔊 4. बीज मंत्र जप – "यं" (YAM) (5–10 मिनट)
"ॐ यं" का जप करें – 108 बार (माला से या ध्यानपूर्वक)
हर मंत्र के साथ हरे प्रकाश की कल्पना करें जो सीने से फैल रहा हो
💚 5. ध्यान और विज़ुअलाइज़ेशन (10 मिनट)
🧘 ध्यान का तरीका:
आंखें बंद करें
छाती के मध्य में हरे रंग की ऊर्जा की कल्पना करें
यह ऊर्जा फैलते हुए पूरे शरीर को प्रेम से भर रही है
✨ मानसिक संकल्प (Affirmations):
(हर दिन मन में दोहराएं या बोलें)
"मैं प्रेम से भरा हूँ"
"मैं क्षमा करता/करती हूँ"
"मैं करुणामय और शांत हूँ"
🥗 6. भोजन और व्यवहारिक अभ्यास (दिनभर के लिए)
✅ आहार:
हरे रंग के फल-सब्ज़ियाँ: पालक, हरा सेब, पुदीना, धनिया
सात्विक भोजन लें – हल्का और सुपाच्य
✅ व्यवहार:
किसी से माफ़ी माँगें या क्षमा करें
किसी की मदद करें – बिना किसी स्वार्थ के
प्रेम और नम्रता से बात करें
🌙 7. रात्रि साधना (5 मिनट सोने से पहले)
एकांत में बैठें
"आज मैंने प्रेम कैसे प्रकट किया?" – यह विचार करें
हरे प्रकाश की कल्पना करते हुए "ॐ यं" 11 बार जप करें
फिर शांति से सो जाएँ
इस रूटीन को लगातार 21 दिन तक करें
आप अनुभव करेंगे:
गुस्सा कम होगा
रिश्तों में सुधार आएगा
आत्म-प्रेम और आत्म-स्वीकृति बढ़ेगी
भावनात्मक संतुलन मिलेगा

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