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Trading Strategies kya hai

ट्रेडिंग स्ट्रेटजी क्या है?


ट्रेडिंग स्ट्रेटजी वह योजनाबद्ध तरीका है जिसके आधार पर कोई ट्रेडर शेयर या अन्य फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट्स में खरीद-बिक्री के निर्णय लेता है, ताकि वो लगातार लाभ अर्जित कर सके और जोखिम को नियंत्रित कर सके। इसमें तकनीकी एनालिसिस, चार्टिंग टूल्स, प्राइस एक्शन, और रिस्क मैनेजमेंट शामिल होता है.

प्रमुख ट्रेडिंग स्ट्रेटजी की विस्तार से जानकारी

1. ओपनिंग रेंज ब्रेकआउट (ORB) रणनीति

मार्केट खुलने के 15-30 मिनट के अंदर हाई और लो प्राइस देखने के बाद अगर प्राइस उस रेंज के ऊपर जाती है, तो खरीद और नीचे जाती है तो बिक्री का संकेत मिलता है.

2. बोलिंगर बैंड रणनीति

बोलिंगर बैंड्स प्राइस की एक निश्चित रेंज को डिफाइन करते हैं। अगर कीमतें अपर या लोअर बैंड को छूती/तोड़ती हैं, तो उसके उलट मूवमेंट आने की संभावना होती है.

3. सपोर्ट और रेसिस्टेंस एनालिसिस

सपोर्ट वह स्तर है जहाँ कीमत गिरना रोकती है, रेसिस्टेंस वह जहाँ बढ़ना रुकती है। इन स्तरों का एनालिसिस करके ब्रेकआउट या रिवर्सल ट्रेड किए जाते हैं.

4. मोमेंटम ट्रेडिंग

उसमें उन स्टॉक्स को चुना जाता है जो उच्च वॉल्यूम और तेज प्राइस मूवमेंट दिखाते हैं। तेजी या मंदी की गति का लाभ उठाकर त्वरित मुनाफा कमाया जाता है.

5. स्विंग ट्रेडिंग

इसमें ट्रेंड फॉलो, ब्रेकआउट, पुलबैक, रेंज और अर्थ रिवर्सन जैसी स्ट्रेटेजी का उपयोग किया जाता है। आमतौर पर 2-10 दिन के लिए पोजिशन रखते हैं.

6. रिवर्सल स्ट्रेटेजी

जब लगता है कि मार्केट ट्रेंड पलट सकता है तो रिलेटेड इंडिकेटर जैसे RSI, MACD, कैंडलस्टिक पैटर्न से रिवर्सल मौका पहचाना जाता है.

7. गैप एंड गो ट्रेडिंग रणनीति

न्यूज़ या इनकम रिपोर्ट के कारण मार्केट ओपन में प्राइस गैप का फायदा उठाकर तुरंत ट्रेड करते हैं.

8. स्टॉप-लॉस एवं पोजिशन साइज़िंग

जोखिम को नियंत्रित करने के लिए ट्रेड में स्टॉप-लॉस लगाना जरूरी है। और हर ट्रेड में कितनी राशि लगानी है, इसे पोजिशन साइज़ कहा जाता है.

सामान्य नियम

ट्रेडिंग में अनुशासन, रिस्क/इनाम अनुपात का ध्यान बहुत जरूरी है।

कभी भावनाओं में बहकर फैसले ना लें; ट्रेडिंग प्लान का पालन करें।

मार्केट का टेक्निकल विश्लेषण करें, चार्टिंग टूल्स का अभ्यास करें।
Trading Strategies


सारांश

ट्रेडिंग स्ट्रेटजी एक सुव्यवस्थित प्रक्रिया है जिसमें मार्केट एनालिसिस, तर्कसंगत निर्णय और स्ट्रिक्ट रिस्क कंट्रोल होता है। अपने लिए सही स्ट्रेटेजी चुनें, अभ्यास करें, और जोखिम सीमित रखें ताकि ट्रेडिंग में सफलता प्राप्त कर सकें.

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