जनरल सर्जरी ( General Surgery)
जनरल सर्जरी (General Surgery) चिकित्सा शास्त्र की एक प्रमुख शाखा है जो शरीर के विभिन्न अंगों की सर्जिकल (शल्यचिकित्सा) समस्याओं के निदान, उपचार और प्रबंधन से संबंधित है। यह सर्जरी की वह शाखा है जिसमें कई प्रकार की बीमारियों का ऑपरेशन द्वारा उपचार किया जाता है, जैसे पेट (एब्डोमेन), आंत्र (आंत), ग्रंथियां (थाइरॉइड, पैंक्रियास), त्वचा, हर्निया, अपेंडिक्स, पित्ताशय आदि।
जनरल सर्जन कौन होता है
जनरल सर्जन वह चिकित्सक होता है जो ऑपरेशन के माध्यम से बीमार अंगों का इलाज करता है। वह न केवल ऑपरेशन करता है, बल्कि रोगी की पूरी स्थिति का मूल्यांकन कर यह तय करता है कि उसे सर्जरी की आवश्यकता है या नहीं, और किस प्रकार की सर्जरी सबसे उपयुक्त रहेगी।
जनरल सर्जरी की विशेषताएं
जनरल सर्जरी में निम्नलिखित क्षेत्रों में विशेष ध्यान दिया जाता है:
पेट संबंधी सर्जरी: इसमें गैस्ट्रिक अल्सर, अपेंडिक्स, हर्निया, आंत्र में रुकावट, पित्ताशय की पथरी (Gallstones) आदि की सर्जरी शामिल होती है।
थाइरॉइड व पैराथाइरॉइड सर्जरी: थाइरॉइड ग्रंथि के ट्यूमर, हाइपरथाइरॉइडिज़्म और अन्य समस्याओं के लिए ऑपरेशन किया जाता है।
स्तन सर्जरी (Breast Surgery): स्तनों की गांठ, कैंसर या किसी असमान वृद्धि के मामलों में सर्जिकल हस्तक्षेप किया जाता है।
त्वचा व त्वचा के नीचे की संरचनाओं की सर्जरी: जैसे फोड़े-फुंसी, गांठें, लिपोमा, सिस्ट, अब्सेस आदि की शल्य चिकित्सा।
आघात (Trauma) प्रबंधन: दुर्घटनाओं में चोटिल अंगों जैसे आंतरिक रक्तस्राव, फटे अंगों आदि की तत्काल सर्जरी।
इमरजेंसी सर्जरी: जैसे अपेंडिक्स फटना, आंत्र रुकावट, पेरिटोनाइटिस, ब्लीडिंग अल्सर आदि में तत्काल ऑपरेशन करना।
जनरल सर्जरी के प्रकार
ओपन सर्जरी (Open Surgery): यह पारंपरिक सर्जरी होती है जिसमें त्वचा को काट कर अंदर के अंगों तक पहुँचा जाता है।
लेप्रोस्कोपिक सर्जरी (Laparoscopic Surgery): इसमें छोटे चीरे लगाकर कैमरे और विशेष यंत्रों से सर्जरी की जाती है। इससे मरीज को कम दर्द, कम रक्तस्राव और जल्दी रिकवरी होती है।
मिनिमली इनवेसिव सर्जरी: यह तकनीक लेप्रोस्कोपी का ही विकसित रूप है, जिसमें हाई-टेक उपकरणों और रोबोटिक सर्जरी का प्रयोग किया जाता है।
जनरल सर्जन की भूमिका
जनरल सर्जन की भूमिका सिर्फ ऑपरेशन करने तक सीमित नहीं होती। वे निम्नलिखित कार्य भी करते हैं:
मरीज की स्थिति का समग्र मूल्यांकन
उपचार का निर्णय लेना (सर्जिकल या गैर-सर्जिकल)
पूर्व-ऑपरेटिव और पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल
संक्रमण नियंत्रण, घाव की देखभाल
इमरजेंसी की स्थिति में तुरंत निर्णय लेना
जनरल सर्जरी में करियर
अगर कोई व्यक्ति जनरल सर्जन बनना चाहता है, तो उसे निम्नलिखित शैक्षिक और व्यावसायिक योग्यता की आवश्यकता होती है:
एमबीबीएस (MBBS): 5.5 साल का मेडिकल स्नातक कोर्स।
एम.एस. जनरल सर्जरी (MS General Surgery): 3 साल का स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम।
अनुभव और अभ्यास के बाद सुपर-स्पेशलिटी भी की जा सकती है जैसे:
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी
कोलोरेक्टल सर्जरी
ब्रेस्ट सर्जरी
वैस्कुलर सर्जरी
जनरल सर्जरी में आधुनिक तकनीक
वर्तमान में तकनीक की प्रगति के साथ जनरल सर्जरी में निम्नलिखित अत्याधुनिक विधियों का उपयोग हो रहा है:
रोबोटिक सर्जरी: मशीनों द्वारा की गई अधिक सटीक और सुरक्षित सर्जरी।
इमेज-गाइडेड सर्जरी: एक्स-रे, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड की सहायता से की गई सर्जरी।
3डी और एआर तकनीक: ऑपरेशन से पहले अंगों का आभासी मॉडल बनाकर पूर्व योजना तैयार की जाती है।
जनरल सर्जरी से संबंधित सामान्य रोग
हर्निया
अपेंडिसाइटिस
पित्ताशय की पथरी
आंतों में रुकावट
थाइरॉइड नोड्यूल्स
स्तन की गांठें
बवासीर, फिशर, फिस्टुला
जनरल सर्जरी के लाभ
गंभीर स्थितियों में जीवन रक्षक उपाय।
दर्द और संक्रमण से राहत।
अंगों की कार्यक्षमता को बनाए रखना या बहाल करना।
कैंसर जैसे रोगों का नियंत्रण या इलाज।
निष्कर्ष
जनरल सर्जरी चिकित्सा क्षेत्र की एक अत्यंत आवश्यक और व्यापक शाखा है। यह शारीरिक रोगों का समाधान देती है, बल्कि अनेक बार जान बचाने का कार्य भी करती है। आधुनिक तकनीकों और विशेषज्ञ सर्जनों की मदद से आज जनरल सर्जरी अधिक सुरक्षित, प्रभावी और कम जटिल होती जा रही है। यदि समय पर उचित निर्णय लिया जाए और कुशल सर्जन की सलाह ली जाए, तो कई जटिल रोगों का सफलतापूर्वक इलाज संभव है।

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