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What is oncology

ऑन्कोलॉजी क्या है



ऑन्कोलॉजी (Oncology) एक चिकित्सा की वह शाखा है, जो कैंसर (Cancer) के अध्ययन, निदान, रोकथाम और उपचार से संबंधित है। "ऑन्कोलॉजी" शब्द की उत्पत्ति ग्रीक शब्द “Onkos” से हुई है, जिसका अर्थ है "द्रव्यमान" या "स्फीत‍ि" (tumor), और “Logos” का अर्थ है "अध्ययन"। इसलिए ऑन्कोलॉजी का शाब्दिक अर्थ है – "असामान्य वृद्धि या ट्यूमर का अध्ययन"।
Oncologist kon hote hai
About Oncology 



कैंसर क्या है



कैंसर एक ऐसी अवस्था है जिसमें शरीर की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से विभाजित होती हैं और आसपास के ऊतकों तथा अंगों पर आक्रमण करती हैं। यह शरीर के किसी भी भाग में हो सकता है और यदि समय पर इलाज न किया जाए, तो यह जानलेवा भी हो सकता है। कैंसर कई प्रकार का होता है, जैसे:

स्तन कैंसर (Breast Cancer)

फेफड़ों का कैंसर (Lung Cancer)

रक्त कैंसर (Leukemia)

त्वचा का कैंसर (Skin Cancer)

प्रोस्टेट कैंसर

गर्भाशय कैंसर, आदि



ऑन्कोलॉजिस्ट कौन होता है




ऑन्कोलॉजिस्ट वह डॉक्टर होता है जो कैंसर के निदान, उपचार और अनुसंधान में विशेषज्ञ होता है। ऑन्कोलॉजिस्ट के भी कई प्रकार होते हैं:



मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट (Medical Oncologist): 




यह कीमोथेरेपी (Chemotherapy), हार्मोन थेरेपी और टार्गेटेड थेरेपी द्वारा कैंसर का इलाज करता है।

सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट (Surgical Oncologist): यह कैंसरयुक्त ऊतकों को सर्जरी द्वारा निकालता है।

रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट (Radiation Oncologist): यह रेडिएशन थेरेपी का प्रयोग करके कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करता है।

पैथोलॉजिकल ऑन्कोलॉजिस्ट: यह बायोप्सी और अन्य नमूनों के माध्यम से कैंसर की पहचान करता है।

ऑन्कोलॉजी में उपयोग होने वाली प्रमुख जांचें:

बायोप्सी (Biopsy): संदेहास्पद ऊतक को निकाल कर माइक्रोस्कोप द्वारा उसकी जांच।

इमेजिंग टेस्ट:

CT स्कैन

MRI

PET स्कैन

अल्ट्रासाउंड

एक्स-रे

रक्त जांच (Blood Tests): जैसे ट्यूमर मार्कर्स (PSA, CA-125, आदि)।

एंडोस्कोपी: शरीर के अंदर देखने के लिए कैमरे की मदद से की जाने वाली प्रक्रिया।



कैंसर के उपचार की विधियाँ:



कीमोथेरेपी (Chemotherapy): यह दवाइयों द्वारा कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने की विधि है।

रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy): इसमें उच्च ऊर्जा किरणों का उपयोग करके कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है।

सर्जरी: शारीरिक अंग में स्थित कैंसर को शल्य क्रिया के माध्यम से हटाया जाता है।

इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy): यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करके कैंसर से लड़ने की प्रक्रिया है।

टारगेटेड थेरेपी: इसमें ऐसी दवाइयाँ दी जाती हैं जो विशिष्ट कैंसर कोशिकाओं को निशाना बनाती हैं।

हॉर्मोन थेरेपी: कुछ प्रकार के कैंसर, जैसे स्तन या प्रोस्टेट कैंसर, हॉर्मोन पर निर्भर होते हैं; ऐसे में हॉर्मोन को नियंत्रित किया जाता है।


ऑन्कोलॉजी के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकें:


जीनोमिक्स और पर्सनलाइज्ड मेडिसिन: प्रत्येक मरीज के जीन के आधार पर उपचार तय करना।

CAR-T थेरेपी: विशेष रूप से संशोधित T-कोशिकाओं द्वारा कैंसर कोशिकाओं पर हमला करना।

लिक्विड बायोप्सी: खून के नमूने से कैंसर का पता लगाना।

कैंसर की रोकथाम कैसे करें?

हालांकि कैंसर का एक बड़ा भाग अनियंत्रित कारणों से होता है, फिर भी कुछ सावधानियाँ अपनाकर हम जोखिम को कम कर सकते हैं:

धूम्रपान और तंबाकू से बचाव

शराब का सीमित सेवन

संतुलित आहार और व्यायाम

नियमित स्वास्थ्य जांच

सूर्य की UV किरणों से बचाव

HPV और हेपेटाइटिस B का टीकाकरण



भारत में ऑन्कोलॉजी की स्थिति:



भारत में कैंसर के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, हर साल भारत में लाखों नए मामले सामने आते हैं। देश में टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल (मुंबई), AIIMS (दिल्ली), और किडवई कैंसर इंस्टिट्यूट (बेंगलुरु) जैसे प्रतिष्ठित कैंसर अस्पताल मौजूद हैं।

सरकार भी कैंसर जागरूकता और उपचार के लिए कई योजनाएँ चला रही है, जैसे:

आयुष्मान भारत योजना

राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण कार्यक्रम

मानसिक और सामाजिक पक्ष:



कैंसर सिर्फ शारीरिक ही नहीं, मानसिक और भावनात्मक तौर पर भी व्यक्ति को प्रभावित करता है। ऑन्कोलॉजिस्ट के साथ-साथ काउंसलर, समाजसेवी, और परिवार की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। कुछ मरीज अवसाद, चिंता और सामाजिक अलगाव का शिकार हो सकते हैं, इसलिए मनोवैज्ञानिक सहयोग आवश्यक है।


निष्कर्ष:



ऑन्कोलॉजी एक अत्यंत जटिल और चुनौतीपूर्ण चिकित्सा क्षेत्र है, जो लाखों लोगों को जीवनदान देने का कार्य कर रहा है। तकनीक और शोध के माध्यम से कैंसर के इलाज में उल्लेखनीय प्रगति हुई है, फिर भी जागरूकता, समय पर जांच, और सकारात्मक सोच ही कैंसर से लड़ाई में सबसे बड़ा हथियार है।

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